मोतियाबिंद की समस्या होना आम बात है जिसका इलाज़ आधुनिक पद्धति से फोल्डेबल लेंस प्रत्यारोपित करके आसानी से किया जाता है Receiver News Team team@receivernews.com Friday, February 24, 2023, 02:22 PM मोतियाबिंद की समस्या होना आम बात है जिसका इलाज़ आधुनिक पद्धति से फोल्डेबल लेंस प्रत्यारोपित करके आसानी से किया जाता है। मात्र पंद्रह मिनट की सर्जरी के पश्चात मोतियाबिंद से निजात मिल जाता है। भारत सरकार की अंधता निवारण समिति द्वारा ग्रामीण दूरस्थ क्षेत्रों मे आई स्क्रीनिंग के कैंप आयोजित कर मोतियबिंद चिन्हित मरीज़ो को एम्बुलेंस से सरकारी नेत्र चिकित्सालय ले जाकर निशुल्क पन्द्रह मिनट की आधुनिक सर्जरी पद्धति से लेंस प्रत्यारोपित कर उसका निवारण किया जाता है। जब रेटीना किसी भी वस्तु पर केंद्रित होने में असमर्थ होती है तो इसके कारण आंखों में मोतियाबिंद की समस्या हो उत्त्पन्न हो जाती है। ऐसे में यदि आपको आंखों से संबंधित लक्षण नजर आए तो तात्पर्य यह है कि आपको मोतियाबिंद की समस्या हो गई है। ऐसे में तुरंत चिकित्सक से संपर्क करने की जरूरत है। आईस्क्रीनिंग के माध्यम से चिकित्सक मोतियबिंद का पता लगते हैं। मोतियाबिंद के लक्षण 1 व्यक्ति को धुंधला दिखाई देने लगता है। 2 व्यक्ति को रंगों को पहचानने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है जो मोतियाबिंद के लक्षणों में से एक है। 3 जब व्यक्ति की आंखों में किसी भी तरह के प्रकाश से जैसे धूप, दिन का उजाला, रात में ड्राइविंग करते हुए सामने से आती हुई गाड़ी की हेडलाइट आदि की चकाचौंध मोतियाबिंद की समस्या के लक्षण हो सकते हैं। 4 जब व्यक्ति को दोहरी दृष्टि की समस्या हो जाती है तो यह भी मोतियाबिंद के संकेत हो सकते हैं। यह समस्या होने पर व्यक्ति को एक वस्तु दो बार दिखनी लगती हैं। 5 व्यक्ति को मोतियाबिंद की समस्या होती है तो इसके कारण उसके चश्मे का नंबर तेजी से बदलने लगता है। मोतियबिंद सर्जरी के उपरान्त आहार मोतियबिंद की सर्जरी के उपरान्त खिचड़ी एवं दलिया का सेवन करना चाहिए। Tags :